सोमवार, 13 जुलाई 2020

सुशील कुमार यादव

*गीतमाला छंद*


प्रेम है  जग  से  बड़ा  उत्तुंग  जानो, 
प्रेम ही  है  भक्ति वा  शक्ती सयानो। 
प्रेम  के  आगे  प्रभू  भी  हार  जाते, 
भक्त की आवाज पर वो दौड आतें। 

✍🏻 सुशील कुमार यादव 
       बाराबंकी उत्तर प्रदेश

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