भारतीय साहित्य सृजन मंच पर प्रस्तुत है एक ताजा घटना पर ताजा कृपाण घनाक्षरी।
एक चरण में 32(8, 8,8,8) वर्ण होते हैं। तथा चरणान्त में गुरु लघु आना अनिवार्य।
साहस तो देखियेगा रक्षकों को घेरकर,
गोलियों से भून डाला है जरूर कोई बात।
भेदी होइ घर का तो लंका सी ढ़हाय देत,
अपने ही कर रहे अपनों पे प्रति घात।
मार मार रक्षकों को लाश पर लाश रखी,
लाश क्षत बिक्षत की दिखला दी है औकात।
कहते मुरारी लाल सर्प को पिलाया दूध,
मौका मिलते ना चूके किया है उन्ही पे घात।।
कृष्ण मुरारी लाल मानव रामनगर एटा 7017249820
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