शीर्षक-- "गरिमामय यह देश हमारा"
गरिमामय यह देश हमारा ।
धर्म और ईमान से महके, जिसका आंगन सारा ।
जिसकी पावन धरती पर, झुकता संसार ये सारा ।।
गरिमामय...
वीरों की हुंकार से इसकी, गूॅंजता अम्बर सारा ।
उनका ही गुणगान हैं गाते, सूर्य,चन्द्र और तारा ।।
गरिमामय...
राम, कृष्ण की धरती यह, जो है अभिमान हमारा ।
सदियों की इतिहास कथायें, बनातीं इसको न्यारा ।।
गरिमामय...
पग-पग पर हम दीप जलाते, करते हैं उजियारा ।
सर्वे भवन्तु सुखिन:, है यह सन्देश हमारा ।।
गरिमामय....
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