शुक्रवार, 24 जुलाई 2020

#अवधेश_की_ग़ज़ल #बेवफाओं_से_प्यार_कौन_करे

#अवधेश_की_ग़ज़ल
#बेवफाओं_से_प्यार_कौन_करे

बेवफाओं से प्यार कौन करे ।
ज़िंदगी शर्मशार कौन करे ।

आप कहते जो वो नहीं करते,
आपका एतवार कौन करे ।

इश्क़ जब भी किया मिला धोखा,
फ़िर इसे बार-बार कौन करे ।

अब शिकारी कहीं नहीं मिलते,
शेरनी का शिकार कौन करे ।

आग दिल की लगी जला देगी,
आपको होशियार कौन करे ।

जब बुलाया उन्हें नहीं आए,
उनका अब इंतज़ार कौन करे ।

वो नेता अब नज़र नहीं आते,
जंग अब आरपार कौन करे ।

अवधेश सक्सेना- 25072020
शिवपुरी म प्र

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

वासुदेव अग्रवाल नमन जी द्वारा सवैया विधान

 वासुदेव अग्रवाल नमन तिनसुकिया ने सवैया छंद का विधान बहुत ही सरल तरीके से समझाया है । सवैया छंद विधान सवैया चार चरणों का वार्णिक छंद है जिसक...