सोमवार, 13 जुलाई 2020

धरम सिंह

नमस्कार मित्रों एक गीत के माध्यम से पाकिस्तान को कवि की चेतावनी
🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
एक हाथ मे गीता रख ली ,
दुजे हाथ कुरान,
बिगुल बजाकर रणचण्डी का ,
करते हम आभान
       तु बचना हमसे पाकिस्तान 2

सन 65 हो या 71 या हो करगिल का मैदान ,
एक भी वार चला न तेरा टूट गया अभिमान
एक बार क्या 4 बार हमने  घटा दिया तेरा मान
     तू बचना हमसे पाकिस्तान।।2

काश्मीर हैं भारत का और भारत की ए शान ,
इसको हाथ लगाओ गे तो ले लेंगे हम जान ,
जानो हमको जान से प्यारा हैं सारा हिन्दुस्तान।
तु बचना हमसे पाकिस्तान।।2
  
सत्य ,धर्म की राह पे चल 
और छोड़ दे उलटे काम,
जिहादी बारूदे बोना कर दे बन्द तमाम 
एक चिंगारी में हो जाएगा ,खुद तुही शमशान 
तु बचना रव से पाकिस्तान
।।2

कान खोल कर सुनलें ,धर्मा  का ऐलान 
तु बचना हमसे पाकिस्तान 
तु बचना हमसे पाकिस्तान 

 साहित्यकार 
धरम सिंह मालवीय

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