शीर्षक-- "अधिकार दिलाना होगा"
जन-जन के मन में, आज़ादी का भाव जगाना होगा ।
स्वतन्त्रता का सबको अब, अधिकार दिलाना होगा ।।
न कोई ऊंचा, न कोई नीचा, सबको समझाना होगा,
स्वतन्त्रता का सबको अब अधिकार दिलाना होगा ।।
आज बड़ा है सबसे जग में, राष्ट्र-धर्म का नाता ।
द्वेष-भाव को त्याग बनें हम,
आज राष्ट्र-निर्माता ।।
सपनों के भारत को अब, सच कर दिखलाना होगा,
स्वतन्त्रता का....
जब-जब हुआ गुलाम, ये प्यारा भारत देश हमारा ।
वीरों की हुंकार से तब-तब, गूंजा अम्बर सारा ।।
आजादी का मूल्य हमें, सबको बतलाना होगा,
स्वतन्त्रता का...
साम्प्रदायिकता और हिंसा की जड़ें बहुत गहरी हैं ।
आतंकवाद जैसी समस्याएं, मुंह-बाए हुए खड़ी हैं ।।
हम सबको मिलकर इनको, जड़ से मिटाना होगा,
स्वतन्त्रता का....
आओ, हम सब आगे बढ़कर, संकल्प नया लेते हैं ।
अब देश को ना झुकने देंगे, ये हम सब प्रण करते हैं ।।
जन-जन के उत्थान का अब, नव-दीप जलाना होगा,
स्वतन्त्रता का.....
सर्वेश उपाध्याय
अम्बेडकर नगर
उत्तर प्रदेश
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